यादों का गांव

हर आदमी के अंदर एक गांव है

जिसमें वह रहना चाहता है,

वह गांव है उसकी जड़ों का घर

जहां वह बचपन से रहा है,

उस गांव में है उसका परिवार

उसके दोस्त और रिश्तेदार

उस गांव में है उसकी यादें

जो उसे हमेशा याद आती हैं,

वह गांव है उसकी पुरानी दुनिया

जहां वह खुश था और निश्चिंत था,

वह गांव है उसकी आशा और सपने

जो उसे कभी नहीं भूलते,

हर आदमी के अंदर एक गांव है

जिससे वह कभी नहीं अलग होना चाहता,

वह गांव है उसकी आत्मा का घर

जहां वह हमेशा लौटना चाहता है।

ए गांव मैं जल्द लौटूंगा 💮

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Ashutosh Chaubey

'समकालीन विचार' के साथ आप अपने आसपास की दुनिया के बारे में अधिक जानेंगे. हमारे ब्लॉग पर आप जानेंगे कि कौन, क्या, क्यों, कब,कहां और कैसे हो रहा है.