गाज़ा पर यू एन के प्रस्ताव पर वोटिंग से क्यों दूर रहा भारत?
29 Oct, 2023
इजरायल और हमास के बीच शुरू हुए युद्ध ने दुनिया भर में लोगों को चिंतित कर दिया है। इस युद्ध में दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इसी बीच जॉर्डन इस युद्ध को रोकने के लिए 28 अक्टूबर 2023 को संयुक्त ने राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव पेश किया गया।इस प्रस्ताव पर भारत ने किसी भी पक्ष में मतदान नही दिया, जिससे कई देशों ने नाराजगी व्यक्त की है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा फोटो स्त्रोत - pm india
भारत ने क्यों नहीं किया वोट?
भारत ने इस प्रस्ताव पर वोटिंग से परहेज करने के लिए कई कारण दिए हैं। इनमें से सबसे बड़ा कारण यह है कि प्रस्ताव में आतंकवादी समूह हमास का कोई उल्लेख नहीं किया गया था। भारत का मानना है कि इस युद्ध का कारण हमास के आतंकवादी हमले थे। ऐसे में बिना हमास का जिक्र किए संघर्ष विराम का आह्वान करना उचित नहीं है। दूसरा कारण यह भी है कि भारत इजरायल का एक करीबी दोस्त और व्यापारिक भागीदार है। भारत का मानना है कि इजरायल को अपने सुरक्षा हितों की रक्षा करने का अधिकार है। ऐसे में भारत इजरायल के खिलाफ किसी भी प्रस्ताव का समर्थन नहीं कर सकता था।
प्रियंका गांधी ने दी प्रतिक्रिया -
भारत के परहेज के कारण विपक्षी दलों और कई लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है। कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि भारत का यह रुख शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि भारत को मानवीय संकट के समय पक्ष नहीं लेना चाहिए।
भारत के परहेज का कारण चाहे जो भी हो यह एक विवादास्पद निर्णय है। इस निर्णय से भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर जरूर असर पड़ेगा।
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